Laxmi Ganesh Puja: दिवाली पर मां लक्ष्मी के साथ क्यों होती है गणेश जी की पूजा, कथा के साथ-साथ खास संदेश भी

दिवाली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दिवाली की धूम न केवल पूरे देश में बल्कि विदेशों तक भी देखने को मिलती है। दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की साथ में पूजा की जाती है जिसके पीछे एक पौराणिक कथा होने के साथ-साथ एक खास संदेश भी छिपा हुआ है। चलिए जानते हैं इस विषय में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आपसे देखा होगा कि सभी देवताओं की पूजा पूजा उनकी अर्धांगिनी के साथ की जाती है, जैसे शिव जी की पार्वती के साथ, राम जी की सीता माता के साथ। लेकिन दिवाली पर लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी का पूजन किया जाता है। जबकि लक्ष्मी जी विष्णु जी की पत्नी है और गणेश जी की पत्नियां रिद्धि-सिद्धि हैं।
मिलती है यह कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार लक्ष्मी जी को इस बात का अहंकार हो गया कि लोग धन-धान्य की प्राप्ति के लिए उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। तब भगवान विष्णु ने उनके मन के भाव को भांप लिया और उनके अहंकार को तोड़ने के लिए कह दिया कि धन-धान्य की देवी होने के बाद भी आप अपूर्ण हैं। जब माता लक्ष्मी ने इसका कारण पूछा, तो विष्णु जी ने कहा कि एक स्त्री जब तक मातृत्व का सुख प्राप्त न कर ले, वह अधूरी मानी जाती है। विष्णु जी के यह वचन सुनकर लक्ष्मी जी को बहुत दुख हुआ।