अंतरार्ष्ट्रीयराजनीतिराष्ट्रीय
ट्रंप की धमकियों से भड़का चीन, कहा- अगर अमेरिका युद्ध चाहता है, तो हम तैयार हैं
चीन और अमेरिका के बीच यह तनाव अब एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच चुका है। जहां अमेरिका चीन पर दबाव बना रहा है, वहीं चीन अपनी राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार है। अब यह देखना होगा कि क्या दोनों देशों के बीच बातचीत के रास्ते खुलते हैं या व्यापार युद्ध और बढ़ता है।

HighLights
- अमेरिका ने चीन पर फेंटानल तस्करी को लेकर टैरिफ बढ़ाए।
- चीन ने समानता की बातचीत की अपील की और चेतावनी दी।
- चीन ने फेंटानल तस्करी पर कड़े कदम उठाने का दावा किया।
इंदौर। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। इस बार तनाव का कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा फेंटानल संकट को लेकर चीन पर टैरिफ वृद्धि की कार्रवाई है।इस कदम पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और अमेरिकी अधिकारियों से समान और पारस्परिक संवाद की अपील की है। चीन ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका व्यापार युद्ध की ओर बढ़ता है, तो वह इसके खिलाफ पूरी तरह तैयार है।
चीन की कड़ी चेतावनी
- चीनी दूतावास ने वाशिंगटन में एक बयान जारी करते हुए अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी। बयान में कहा कि अगर अमेरिका वास्तव में फेंटानल संकट का समाधान चाहता है, तो उसे चीन से बातचीत करनी चाहिए।
- अमेरिका युद्ध चाहता है, तो वह चाहे व्यापार युद्ध हो या कोई अन्य प्रकार का युद्ध, हम इसके लिए तैयार हैं। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चीन से फेंटानल की तस्करी पर रोक लगाने में विफलता का आरोप लगाने के बाद आई है।
- चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने भी इस चेतावनी को दोहराया। उन्होंने कहा कि चीन अपनी राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए तैयार है। उन्होंने अमेरिका से अपील की कि वह अपनी दबंग नीति को छोड़कर सही रास्ते पर लौटे और द्विपक्षीय वार्ता और सहयोग को बढ़ावा दे।
फेंटानल तस्करी पर चीन के कदम
- चीन ने इस विवाद के बीच अपने कड़े कदमों के बारे में बताया। चीन के राज्य परिषद ने एक श्वेत पत्र जारी किया, जिसमें फेंटानल और उसके पूर्ववर्ती रसायनों की तस्करी और उत्पादन पर कड़ी कार्रवाई की जानकारी दी।
- रिपोर्ट में बताया गया कि चीन ने सिंथेटिक ओपिओइड की अवैध तस्करी, उत्पादन और वितरण के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
- चीन के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने तस्करी और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाइयां की हैं। अमेरिका को अपनी घरेलू ड्रग संकट की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
ट्रम्प के टैरिफ बढ़ाने पर चीन की प्रतिक्रिया
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन से आयातित सामानों पर शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का फैसला लिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव और बढ़ गया है।
- ट्रम्प ने यह कदम उठाया है, क्योंकि उनका आरोप है कि चीन फेंटानल की तस्करी पर नियंत्रण लगाने में विफल रहा है, जो अमेरिका में ओपिओइड संकट को बढ़ा रहा है।
- हालांकि, ट्रम्प का मानना था कि चीन इस वृद्धि का जवाब नहीं देगा, जबकि चीन ने इस बयान के बाद साफ कर दिया कि वह इसका मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है।