धर्म

अध्यात्म की राह पर दूर निकल चुका है बेटा…आईआईटियन बाबा के पिता ने भी कलेजे पर पत्थर रख लिया

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे पूर्ण महाकुंभ मेले के सामने आए आईआईटी बाबा अभय सिंह का परिवार चाहता है कि वह घर लौट आएं। पिता ने मीडिया से बातचीत में अपने दिल की बात बताई और फिर बेटे के नहीं लौटने का भी जिक्र किया।

प्रयागराज के महाकुंभ से मशहूर हुए आईआईटिएन बाबा उर्फ अभय सिंह अध्यात्म के मार्ग पर निकल पड़े हैं। साइंस, धर्म, दर्शन और अध्यात्म पर बात करने वाले युवा संन्यासी ने कहा कि अब वह परिवार में लौटना नहीं चाहते हैं। उन्होंने अपने परिजनों के फोन नंबर को भी ब्लॉक कर रखा है। झज्जर हरियाणा से आईआईटी बॉम्बे का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा होगा। अब संन्यासी बनने के राह पर निकले आईआईटियन बाबा के लिए घर लौटना आसान नहीं है। उनके पिता भी मानते हैं कि वह इस राह पर काफी दूर निकल चुके हैं। बता दें कि किसी भी संप्रदाय के साधु बनने से पहले कठोर परीक्षा देनी पड़ती है। अभय सिंह ने भी उत्तराखंड में भिक्षा मांगकर सफर की शुरुआत की थी। जब अभय सिंह से पूछा गया कि आध्यात्म की जिंदगी कैसी लग रही है? उन्होंने जवाब दिया कि मैं अपनी जिंदगी के सबसे बेस्ट स्टेज पर हूं। अगर आप ज्ञान का पीछा करते हैं, तो आखिरकार यहीं पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि अध्यात्म की दुनिया में वह मोक्ष के लिए आए हैं, जहां परिवार और मोहमाया के लिए जगह नहीं है।

देशभर में छाए हैं अभय सिंह
महाकुंभ 2025 में अपने इंटरव्यू और प्राेफाइल की वजह से सुर्खियों में आए अभय सिंह हरियाणा के झज्जर के निवासी हैं। परिवार से मोह भंग होने के बाद संन्यासी बने आईआईटी बाबा अभय सिंह की फैमिली की प्रतिक्रिया सामने आई है। परिवार के लोग चाहते हैं कि अभय सिंह लौट आएं। उनके पिता ने बेटे को लेकर एब बड़ा खुलासा किया है। पिता ने कहा है कि वह छह महीने पहले तक अपने बेटे के संपर्क में थे, जिसके बाद अभय सिंह ने उन्हें ब्लॉक कर दिया और सभी तरह के संपर्क खत्म कर दिए। पूर्व एयरोस्पेस इंजीनियर अभय सिंह प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले आईआईटी बाबा के तौर पर पूरे देश में छाए हुए हैं। वह इन दिनों इंटरनेट की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित पात्र हैं।

पिता ने बताई मां की इच्छा
अभय सिंह के पिता करण ग्रेवाल ने कहा था कि वह चाहते हैं कि वह घर लौट आए। उन्होंने हमारा परिवार चाहता है कि अभय घर लौट आएं। उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन इतना कुछ हासिल करने के बाद, उनके लिए वापस आना आसान नहीं है। पिता ने कहा कि वह हमेशा से ही आध्यात्मिकता में रुचि रखता था। ग्रेवाल ने कहा कि उसकी मां ने उसे वापस आने और परिवार की देखभाल करने के लिए कहा, लेकिन उसने जवाब दिया कि संन्यासी बनने के बाद, यह अब संभव नहीं है। पिता ने आखिर में कहा कि हर किसी को अपनी पसंद के अनुसार जीवन जीने का अधिकार है। आखिरी बार मनाने के सवाल पर कहा कि मैं कोशिश करूंगा। ग्रेवाल ने कहा मुझे लगता है कि इस स्तर पर पहुंचने के बाद, वह हमारी बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। अभय सिंह के पिता झज्जर में वकील हैं।

 

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