सीएम योगी के निर्देश के बाद आगरा में बड़ी कार्रवाई, मुख्य सेविका समेत 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सस्पेंड; दो गिरफ्तार

आगरा में गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को दिए जाने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी मामले में डीएम ने मुख्य सेविका समेत 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही बाजार में पुष्टाहार बेचने के साक्ष्य मिलने पर दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और खरीदार को गिरफ्तार किया गया है। बता दें मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचने के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है।
HIGHLIGHTS
- पुष्टाहार की कालाबाजारी, शासन को डीपीओ और सीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति
- मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचने पर डीएम ने दिखाई सख्ती, खरीदार भी पकड़ा
आगरा। गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को दिए जाने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है। डीएम ने मुख्य सेविका समेत 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही बाजार में पुष्टाहार बेचने के साक्ष्य मिलने पर दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और खरीदार को गिरफ्तार किया गया है। व्यवस्था की देखरेख में लापरवाही पर डीपीओ और सीडीपीओ के खिलाफ शासन को कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
27 सितंबर को जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय को सूचना मिली कि सरकारी राशन बाजार में बेचा जा रहा है। शाम को टीम ने नाई की मंडी के डेरा सरस स्थित प्रवीण अग्रवाल के घर में छापा मारा था। यहां पर सरकारी राशन की जगह बड़ी मात्रा में 24 कार्टन सोयाबीन आयल, सात कुंतल चने की दाल और पुष्टाहार बरामद हुआ। डीएसओ संजीव सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) आदीश मिश्रा को सूचना दी। इसके बाद सामग्री जब्त कर प्रवीण अग्रवाल के खिलाफ एक अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कराया गया।