इलायची दाना में फिर मिली गड़बड़ी, प्रशासन ने ठोका जुर्माना

डोंगरगढ़। बीते साल सितंबर में खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद बंद हुई श्री प्रसाद इलायची दाना फैक्ट्री एक बार फिर विवादों में आ गई है। प्रशासन ने हाल ही में प्रतिष्ठान पर छापा मारते हुए नमूने जांच के लिए भेजे, जहां फिर से अमानक और मिथ्याछाप सामग्री पाए जाने की पुष्टि हुई। इस पर प्रशासन ने 50 हजार रुपए का जुर्माना ठोका है।
नाम बदलकर फिर शुरू किया कारोबार।
सितंबर 2024 में पोल्ट्री फार्म में चलने वाली इस फैक्ट्री पर खाद्य विभाग की टीम ने दबिश दी थी, जिसमें इलायची दाना के सैंपल अमानक पाए गए थे। इसके बाद फैक्ट्री को बंद कर दिया गया था। लेकिन प्रतिष्ठान के मालिक ने चंद महीनों बाद नाम बदलकर फिर से वही कारोबार शुरू कर दिया।
एक और प्रतिष्ठान पर कार्रवाई।
खाद्य विभाग ने अशोका रेस्टोरेंट एंड लॉज, कालका पारा, डोंगरगढ़ में भी छापा मारा। यहां से खुली अरहर दाल के नमूने जांच के लिए भेजे गए, जो अमानक पाए गए। इस पर प्रशासन ने 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया।
बड़ा सवाल—सिर्फ जुर्माना ही काफी?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जब पहले गड़बड़ी मिलने पर प्रतिष्ठान बंद किया गया था, तो इसे फिर से संचालन की अनुमति कैसे मिली? क्या सिर्फ जुर्माना लगाकर ही मामले को दबा दिया जाएगा या प्रशासन अब कोई सख्त कार्रवाई करेगा?