सड़कों पर अवैध आयोजनों पर सख्ती, ट्रैफिक बाधित करने वालों पर होगी कार्रवाई।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब सार्वजनिक सड़कों पर जन्मदिन मनाने, पंडाल लगाने और भंडारा आयोजित करने जैसे आयोजनों पर प्रशासन सख्त रुख अपनाने जा रहा है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे अवैध आयोजनों पर रोक लगाई जाए और उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। शुक्रवार को विधानसभा के मुख्य समिति कक्ष में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि सड़कें केवल यातायात के लिए हैं, निजी आयोजनों के लिए नहीं। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सार्वजनिक मार्गों को बाधित करने वाले आयोजनों को तुरंत रोका जाए और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
जुर्माना और वाहन जब्ती के निर्देश।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति या समूह सड़क पर जन्मदिन, भंडारा या अन्य निजी आयोजन करता है, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा और आयोजकों के वाहनों को जब्त किया जाएगा। साथ ही, जिम्मेदार व्यक्तियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत उत्तरदायी ठहराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
विशेष सतर्कता दल करेगा निगरानी।
मुख्य सचिव ने पुलिस अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने और विशेष सतर्कता दल (विजिलेंस टीम) गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो इस तरह की गतिविधियों पर निगरानी रखेंगे और तुरंत कार्रवाई करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी क्षेत्र में ऐसी घटनाएं दोहराई जाती हैं, तो संबंधित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय की जाएगी।
जनजागरूकता अभियान भी चलेगा।
इस आदेश को प्रभावी बनाने के लिए सरकार एक व्यापक जनजागरूकता अभियान भी शुरू करेगी, जिससे नागरिकों को यह स्पष्ट संदेश मिले कि सार्वजनिक मार्गों पर किसी भी तरह का अवैध आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, रायपुर और बिलासपुर के पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, एसपी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।