Shardiya Navratri 2024 Day 5: स्कंदमाता की पूजा के समय करें इस चालीसा का पाठ, कभी नहीं होगी अन्न-धन की कमी
सनातन शास्त्रों में निहित है कि स्कंदमाता (Shardiya Navratri 2024) की पूजा करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। स्कंदमाता चार भुजा धारी हैं। एक भुजा वरमुद्रा में है। इससे तीनों लोकों का कल्याण होता है। साधक भक्ति भाव से जगत की देवी मां पार्वती की पूजा करते हैं।
- सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है।
- इस दौरान मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाती है।
- नवरात्र के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shardiya Navratri 2024 Day 5: शारदीय नवरात्र का पांचवां दिन स्कंदमाता को समर्पित होता है। इस दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता ( Navratri 5th Day) की पूजा की जाती है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए उनके निमित्त पांचवें दिन व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि स्कंदमाता की पूजा करने से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। इसके साथ ही सुख और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है। अगर आप भी स्कंदमाता की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो नवरात्र के पांचवें दिन स्कंदमाता की भक्ति भाव से पूजा करें। वहीं, पूजा के समय स्कंदमाता चालीसा का पाठ अवश्य करें।