राजिम कुंभ कल्प समापन समारोह मुख्यमंत्री साय ने किया सांस्कृतिक विरासत को नमन।

रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज कहे जाने वाले राजिम कुंभ कल्प मेले का समापन समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य कीआध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को नमन किया। मुख्यमंत्री ने मेला समापन कार्यक्रम को संबंधित करते हुए कहा कि राजिम कुंभ कल्प की शुरुआत वर्ष 2005 में हुई थी और तब से यह आयोजन लगातार श्रद्धालुओं का आकर्षण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में इस आयोजन में कुछ बाधाएँ आई थीं, लेकिन 2023 में जनता के आशीर्वाद से सरकार बनने के बाद कुंभ कल्प को इसके परंपरागत स्वरूप में पुनः स्थापित किया गया।
मेला आयोजन समिति ने इस वर्ष 54 एकड़ भूमि में यह आयोजन किया गया, जिससे मेले की भव्यता और व्यवस्थाओं में विस्तार हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस आयोजन को और अधिक व्यवस्थित और भव्य बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
सीएम साय ने श्रीरामलला दर्शन योजना श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक पहल
अयोध्या में श्रीरामलला दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के रामभक्तों की श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए छग सरकार ने अयोध्या धाम श्रीरामलला दर्शन योजना’शुरू की है। इस योजना के तहत अब तक 20,000 से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम और काशी विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, जो समस्त श्रद्धालुओं के लिए गौरव का क्षण है।