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CG BJP President: छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा कल, ओबीसी पर दांव लगा सकती है पार्टी, जानिए दावेदारों के बारे में

छत्तीसगढ़ में अब तक भाजपा के फैसले हमेशा चौंकाने वाले हुए हैं। चाहे वह विधानसभा और लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन का रहा हो या मुख्यमंत्री और मंत्री बनाए जाने का। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी ऐसा ही कोई फैसला हाेने से इनकार नहीं किया जा सकता है।

छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा शुक्रवार को होगी। इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनाव से पहले विष्णुदेव साय सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना भी बढ़ गई है।

वर्तमान में प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव हैं। इन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलने की काफी दिनों से चर्चा चल रही है। अरुण साव के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर 21 दिसंबर 2024 को किरण सिंह देव को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था।

गुरुवार को नामांकन, शुक्रवार को घोषणा

  • अब प्रदेश संगठन चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख इस पर मुहर लगा दी है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को शाम पांच से सात बजे तक नामांकन होगा। दूसरे दिन नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा होगी।
  • प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराने के लिए राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े विशेष तौर पर शामिल होंगे। प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन और चुनाव पर्यवेक्षक गजेंद्र पटेल भी मौजूद रहेंगे।
  • पारख ने आगे कहा कि संगठन चुनाव के तहत सबसे पहले बूथ कमेटियों का गठन कर बूथ अध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद मंडल अध्यक्षों की घोषणा हुई। 36 संगठन जिलों में जिला अध्यक्ष भी घोषित हो गए हैं।

     

    सर्वसम्मति से नियुक्ति, सामने आए दावेदारों के नाम

    भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की सर्वसम्मति से शुक्रवार को घोषणा होगी। इससे पहले कयासों और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव को पूर्णकालिक अध्यक्ष मनोनित करने की संभावना जताई जा रही है। यदि ऐसा नहीं होता है तो भाजपा ओबीसी पर दांव खेल सकती है।

    इसके पीछे का तर्क है कि वर्तमान में प्रदेश की राजनीति नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर गरमाई हुई है। आरक्षण मुद्दे को लेकर कांग्रेस हमलावर है और आरोप लगा रही है कि जानबूझकर वर्ग संघर्ष फैलाने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में कटौती करने का षड़यंत्र किया गया है ताकि बहुसंख्यक आबादी चुनाव लड़ने से वंचित रह जाए।

    पूरे प्रदेश में जिला पंचायत का एक भी अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित नहीं हुआ है। भाजपा से जुड़े नेताओं का मानना है कि आरक्षण मुद्दे को पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर ओबीसी वर्ग की नाराजगी को समाप्त किया जा सकता है।

इसमें विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दुर्ग के पूर्व सांसद विजय बघेल का नाम चर्चा में है। इसके अलावा पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा के नाम की भी चर्चा है।

भाजपा ने 37 में से 33 जिला अध्यक्षों को बदल दिया है। नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है। जबकि, मंडल अध्यक्षों के मनोनयन में भी कई नए चेहरों को मौका मिला है।

मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की काफी दिनों से चर्चा है। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन ने विगत दिनों कहा था कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, इसमें कोई खींचतान नहीं है।

बिलासपुर से एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई थी कि अमर अग्रवाल और बस्तर से विधायक किरण सिंह देव को मंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा और विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में है।

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