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सिर्फ नींद की कमी नहीं है Dark Circles की इकलौती वजह, कुछ मेडिकल कंडीशन भी हो सकती हैं जिम्मेदार

आंखों के नीचे काले घेरे (Dark Circles) पड़ना आपकी खूबसूरती पर ग्रहण जैसे लगता है। इसलिए हम अक्सर डार्क सर्कल्स को ब्यूटी प्रॉब्लम की तरह की देखते हैं लेकिन सिर्फ यही कारण (Dark Circles Causes) हो ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ मेडिकल कंडीशन्स भी डार्क सर्कल्स की वजह बन सकती हैं। इस कारण से भी डार्क सर्कल्स आसानी से ठीक नहीं होते।

आंखों के नीचे काले घेरे या डार्क सर्कल्स (Dark Circles) एक आम समस्या है, जो कई लोगों को प्रभावित करती है। ये न केवल दिखने में खराब लगते हैं, बल्कि आपके चेहरे को थका हुआ और उम्र-दराज भी दिखाते हैं। आमतौर पर इन्हें हम एक ब्यूटी कंसर्न के रूप में देखते हैं, लेकिन कई बार ये किसी मेडिकल कंडीशन का भी संकेत (Dark Circles Causes) हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि डार्क सर्कल्स क्यों होते हैं और इन्हें कैसे ठीक (Dark Circles Remedies) कर सकते हैं।

डार्क सर्कल्स के सामान्य कारण

  • नींद की कमी- पूरी नींद न लेने से आंखों के आसपास की त्वचा पतली हो जाती है और ब्लड वेसल्स ज्यादा दिखाई देने लगते हैं।
  • उम्र- बढ़ती उम्र के साथ त्वचा की इलास्टिसिटी कम हो जाती है और कोलेजन भी कम होने लगता है, जिससे डार्क सर्कल्स बनने की संभावना बढ़ जाती है।
  • जेनेटिक्स- कुछ लोगों में डार्क सर्कल्स जेनेटिक कारणों से भी हो सकते हैं।
  • एलर्जी- एलर्जिक रिएक्शन से आंखों के आसपास सूजन और कालापन हो सकता है।
  • डिहाइड्रेशन- शरीर में पानी की कमी से त्वचा ड्राई हो जाती है और डार्क सर्कल्स दिखाई देने लगते हैं।
  • ज्यादा धूप- सूरज की किरणों से त्वचा में मेलेनिन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है, जिससे डार्क सर्कल्स गहरे हो सकते हैं।
  • तनाव- तनाव से शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • खराब खानपान- पोषक तत्वों की कमी से भी डार्क सर्कल्स हो सकते हैं।
  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल- कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने या मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से आंखों पर तनाव पड़ता है और डार्क सर्कल्स हो सकते हैं

डार्क सर्कल्स के पीछे के मेडिकल कारण

  • एनीमिया- शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया होता है, जिसके कारण त्वचा पीली पड़ जाती है और डार्क सर्कल्स दिखाई देते हैं।
  • किडनी की समस्याएं- किडनी की बीमारी से शरीर में लिक्विड जमा हो जाता है, जिससे आंखों के आसपास सूजन हो सकती है।
  • थायरॉइड की समस्याएं- थायरॉइड ग्लैंड की समस्याएं भी डार्क सर्कल्स का कारण बन सकती हैं।
  • एलर्जी- कुछ लोगों को पोलन, धूल या जानवरों के रोएं से एलर्जी होती है, जिससे आंखों के आसपास सूजन और कालापन हो सकता है।
  • साइनसाइटिस- साइनसाइटिस के कारण आंखों के आसपास दबाव बढ़ जाता है और डार्क सर्कल्स दिखाई दे सकते हैं।

डार्क सर्कल्स से बचाव के टिप्स

  • पूरी नींद लें- रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
  • पानी ज्यादा मात्रा में पिएं- डिहाइड्रेशन से बचने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
  • हेल्दी डाइट लें- फलों, सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों को डाइट में शामिल करें।
  • तनाव कम करें- योग, मेडिटेशन या अन्य स्ट्रेस रिलीजिंग एक्टिविटीज करें।
  • धूप से बचाव करें- धूप में निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
  • आंखों को आराम दें- कंप्यूटर या मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें।
  •  कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करें- आंखों पर ठंडे कंप्रेस लगाने से सूजन कम हो सकती है।

डार्क सर्कल्स का इलाज

डार्क सर्कल्स का इलाज उनके कारणों पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, लाइफस्टाइल में बदलाव करने से ही डार्क सर्कल्स दूर हो जाते हैं। कुछ क्रीम और सीरम में ऐसे तत्व होते हैं, जो डार्क सर्कल्स को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि, अगर डार्क सर्कल्स किसी मेडिकल समस्या के कारण हैं, तो डॉक्टर की सलाह से इलाज करवाना जरूरी है।

 

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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