45 पैसेंजर और 81 मेमू ट्रेनें नियमित नंबर से दौड़ेंगी, नया टाइम टेबल भी किया जारी
विभिन्न सेक्शनों में मेल एक्सप्रेस में 10 मिनट से लेकर 55 मिनट तक और पैसेंजर ट्रेनों में पांच मिनट से लेकर 20 मिनट तक के परिचालन समय में बचत होगी। साथ ही नए टाइम टेबल के अनुसार, अप और डाउन दिशा की 131 स्टेशनों में ट्रेनों के परिचालन समय में बदलाव किया गया है।

रेलवे ने नए साल एक जनवरी से 45 पैसेंजर, 81 मेमू और 20 डेमू समेत 146 ट्रेनों को नियमित नंबर से चलाने के साथ ही नई समय सारिणी भी घोषित की है। रेलवे मंडल से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिवर्ष की तरह विभिन्न सेक्शनों में आधारभूत संरचना को और अधिक विकसित किया गया है।
इस वर्ष भी भारतीय रेलवे की समय सारणी में एक जनवरी 2025 से आंशिक परिवर्तन किए हैं। ट्रेनों के परिचालन में प्रस्थान से आगमन तक के समय में गति बढ़ाते हुए कई घंटों की परिचालन समय की बचत के लिए समय सारणी में परिवर्तन किया जाता है।
इन आवश्यक कार्यो को निरंतर करते रहने से विभिन्न सेक्शनों में मेल एक्सप्रेस में 10 मिनट से लेकर 55 मिनट तक और पैसेंजर ट्रेनों में पांच मिनट से लेकर 20 मिनट तक के परिचालन समय में बचत होगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी लागू होने वाली नई रेलवे समय-सारणी में अप और डाउन दिशा की 131 स्टेशनों में ट्रेनों के परिचालन समय में बदलाव किया गया है।
अन्य स्टेशनों में समय सारणी यथावत रहेगी। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चल रही ट्रेन नंबर 14624/14623 फिरोजपुर-सिवनी-फिरोजपुर पातालकोट एक्सप्रेस को एक मार्च 2025 से सुपरफास्ट बनाया जा रहा है। साथ ही इसके नंबर्स और समय सारिणी भी परिवर्तित किया गया है।
ऑटोमेटिक सिग्नलिंग स्थापित
रायपुर रेल मंडल के सरोना-रायपुर दोहरी लाइन खंड में छह किमी अतिरिक्त ऑटोमेटिक सिग्नलिंग स्थापित हो गई है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सिग्नल एंड टेलीकाम विभाग ने ऑटोमेटिक सिग्नलिंग के क्षेत्र में लगातार तीसरे वर्ष 100 किलोमीटर से अधिक ऑटोमेटिक सिग्नलिंग कमीशनिंग कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर एसके सोलंकी के नेतृत्व में सरोना-रायपुर दोहरी लाइन खंड में अतिरिक्त ऑटोमेटिक सिग्नलिंग स्थापित की गई। इसमें तीन स्वचालित सिग्नल अप लाइन और तीन डाउन लाइन में लगाए गए हैं।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यह स्वचालित सिग्नलिंग इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग आधारित है। रायपुर स्टेशन के इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग और पैनल इंटरलाकिंग में आवश्यक बदलाव किए गए। सटीकता के लिए मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर के 36 डिटेक्शन प्वाइंट और स्वचालित सिग्नलों की निगरानी के लिए ऑटो और स्टैंडबाय वीडीयू भी लगाए गए हैं। प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर सोलंकी ने इस उपलब्धि पर टीम को बधाई दी।