विजयादशमी संबोधन में हिंदू एकता पर संघ प्रमुख का फोकस… बांग्लादेश हिंसा और बंगाल दुष्कर्म कांड का भी जिक्र

HIGHLIGHTS
- देशभर में मनाया जा रहा विजयादशमी पर्व
- शाम को शहर-शहर में होगा रावण दहन
- दशहरे पर होता है परंपराओं का निर्वहन
एजेंसी, नागपुर (Dussehra 2024)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान संघ प्रमुख ने हिंदू एकता पर विशेष जोर दिया। साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार और पश्चिम बंगार के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना को कलंकित करना वाला बताया।
संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदुओं की एकता के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। हिंदुओं को यह समझना होगा कि उनका दुर्बल या असगंठित होना एक तरह का अपराध है। बांग्लादेश में पिछले दिनों हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार हुए। वहां हिंदुओं के खिलाफ हिंसा कौन भड़का रहा है, सभी जानते हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के संबोधन की बड़ी बातें
- संघ प्रमुख ने कहा कि भारत के विकास और ताकतवर होने से कुछ लोग परेशान हैं। यही कारण है कि भारत विरोधी साजिश रची जा रही है। भारत की विविधता में अलगाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
- ऐसी सोच को संगठित होकर खत्म किया जा सकता है। हिंदुओं को यह समझना चाहिए कि असंगठित और दुर्बल होना अपराध है। भारतीय संस्कृति को अपनाने में शर्म महसूस की जा रही है।
- देश-दुनिया में भारत विरोधी कई शक्तियां सक्रिय हैं। इसलिए भी हिंदुओं को संगठित और सशक्त करना आवश्यक है। युद्ध की आशंका से दुनिया में चिंता है। शांति के लिए हमने अपने हितों का बलिदान दिया है।
- आरएसएस प्रमुख ने दुनिया भर के हिंदू समुदाय से आह्वान करते हुए कहा, ‘बांग्लादेश के हिंदुओं को पूरी दुनिया के हिंदुओं से मदद की जरूरत है। यह उनकी जरूरत है कि भारत सरकार उनकी मदद करें।
जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव का जिक्र
संघ प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव का भी जिक्र किया। यहां धारा 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए, जिसका परिणाम बीते दिनों घोषित किया गया।