Bijli Bill: रात 12 बजे तक जितनी यूनिट हुई खर्च, उतना ही आएगा बिल; मीटर रीडरों की खत्म होगी मनमानी
HIGHLIGHTS
- अभी फिलहाल स्मार्ट मीटर वाले 1.52 लाख उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
- मीटर रीडरों की खत्म होगी मनमानी, ज्यादा बिल की शिकायतें भी होंगी कम
कानपुर। केस्को में बिल की शिकायतों को लेकर एक और सुधार किया जा रहा है। अभी तक मीटर रीडर जिस दिन आते थे, उस दिन से बिल बनाते थे। ऐसे में उपभोक्ता ज्यादा बिल आने की शिकायत करते थे। मीटर रीडर महीने की जगह तारीख के हिसाब से बिल बनाकर भेज देते थे लेकिन अब इस व्यवस्था में सुधार होगा।
केस्को अब हर महीने की 30 या 32 तारीख तक का बिल बनाएगा। रात 12 बजे तक जितने यूनिट बिजली खर्च हुई है, उतने का ही बिल उपभोक्ता को दिया जाएगा। हालांकि अभी इसका लाभ उन 1.52 लाख उपभोक्ताओं को ही मिल सकेगा, जिनमें यहां स्मार्ट मीटर लगे हैं।
मीटर रीडर घर आए बिना बिलिंग कर देते थे, जिससे उपभोक्ता अक्सर बिल ज्यादा आने की शिकायत करते थे। फिक्स चार्ज भी दो माह का लेने से उपभोक्ताओं को परेशानी होती थी लेकिन केस्को ने अब बिलिंग को जीरो आवर्स से बनाना शुरू कर दिया है। हर माह की एक तारीख को प्रत्येक उपभोक्ता के मोबाइल पर उसके बिल का मैसेज आ जाएगा।
इसी वर्ष जून माह में केस्को के 25 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने बिल में गड़बड़ी की शिकायत की थी। अब केस्को के अफसर बिलिंग व्यवस्था सुधारने में जुटे हैं। अफसरों ने बताया कि जीरो आवर्स बिलिंग से उपभोक्ताओं की बिलिंग परेशानी खत्म हो जाएगी। हर माह की 30 या 31 तारीख की रात 12 बजे तक जितने यूनिट बिजली खर्च होगी, उतने का बिल बनाया जाएगा।
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फिक्स चार्ज की वजह से बढ़ जाता था बिल
उपभोक्ताओं को 35 से 40 दिनों का बिल बनने पर फिक्स चार्ज दो माह तक का जमा करना पड़ता था। माह की एक तारीख बीतते ही केस्को फिक्स चार्ज वसूल करता था। ऐसे में बिलिंग लेट होने से उपभोक्ताओं को एडवांस में फिक्स चार्ज जमा करना पड़ जाता था लेकिन नई व्यवस्था में केवल एक माह का ही फिक्स चार्ज जमा करना होगा।
15 सितंबर से फोर जी स्मार्ट मीटर लगना होंगे शुरू
केस्को अपने बचे हुए छह लाख उपभोक्ताओं के घरों में फोर जी स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम 15 सितंबर से शुरू हो जाएगा। अभी केस्को के एक लाख 52 हजार उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगे हैं। केस्को के अधिकारियों का कहना है कि जिन स्मार्ट मीटरों की शिकायत उन्हें मिली है,उन मीटरों को भी बदल दिया जाएगा। इसका कोई चार्ज उपभोक्ता से नहीं लिया जाएगा।
बिजली के बिलों अब जीरो आवर्स से बनाएं जाएंगे। 15 सितंबर से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। हर माह की 30 या 31 तारीख को रात 12 बजे तक जितने यूनिट बिजली उपभोक्ता उपयोग करेगा, उतने का बिल बनाया जाएगा। – राकेश वार्ष्णेय, निदेशक केस्को