बनारस में बन रहा पूर्वांचल का पहला निजी ट्रांसमिशन उपकेंद्र, बेची जाएगी बिजली
पूर्वांचल का पहला निजी ट्रांसमिशन उपकेंद्र संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में बन रहा है। यह 220 केवी जीआइ बेस्ड उपकेंद्र होगा और प्रदेश में तीन और निजी जीआइ बेस्ड उपकेंद्र बनाए जा रहे हैं। इस उपकेंद्र को निजी कंपनी मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड बना रही है और इसके लिए 16 जुलाई को लेटर आफ इंटेट जारी किया गया था। यह उपकेंद्र डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जाएगा।
- इस उपकेंद्र के बन जाने से सारनाथ व जौनपुर का भार कम होगा, भेलूपुर को भी मिलेगी राहत
- संपूर्णांनंद संस्कृत विवि परिसर में बन रहा 220 केवी का जीआइ बेस्ड उपकेंद्र
वाराणसी। पूर्वांचल का पहला निजी ट्रांसमिशन उपकेंद्र संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में बन रहा है। यह पूर्वांचल का पहला 220 केवी जीआइ बेस्ड उपकेंद्र भी है। इसके साथ ही प्रदेश में तीन और निजी जीआइ बेस्ड उपकेंद्र बन रहे हैं।
इसमें जेवर में 400 केवी, गौतमबुद्धनगर व खागा में 220 केवी का विद्युत पारेषण उपकेंद्र शामिल है। यह निजी उपकेंद्र मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी बना रही है। इसको निजीकरण की ओर ले जाने का यह कदम बताया जा रहा है।