
रायपुर, 28 फरवरी 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के कारण बाधित हुई। विपक्षी सदस्यों ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निवास पर पुलिस निगरानी का विरोध करते हुए सदन में जोरदार नारेबाजी की, जिससे कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित करनी पड़ी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस घटना को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार देते हुए कहा, “हमारे प्रदेश अध्यक्ष के घर आने-जाने वालों की रेकी की जा रही है। यह पहली बार है कि प्रदेश कार्यालय में ED पहुंची है। बीजेपी हमें डराने और अपनी मर्जी थोपने की कोशिश कर रही है।
सत्र के दौरान गृह, पंचायत और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होनी थी, जिसमें नक्सलवाद, धर्मांतरण, और छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) जैसे संवेदनशील विषय शामिल थे। हालांकि, विपक्ष के हंगामे के चलते प्रश्नकाल बाधित हुआ।
हंगामे के दौरान 22 विधायकों को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन बाद में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया। कांग्रेस विधायकों ने दिनभर के लिए सदन का बहिष्कार करने की घोषणा की है।
इस बीच, सदन में नया रायपुर में पौधरोपण से जुड़े मुद्दे और रेलवे से संबंधित तीन अशासकीय संकल्प भी पेश किए जाने थे, जो हंगामे के कारण प्रभावित हुए।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि दंतेवाड़ा में जिला पंचायत और जनपद पंचायत में कांग्रेस की संभावित जीत से घबराकर बीजेपी डराने-धमकाने का प्रयास कर रही है। वहीं, सत्तापक्ष ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है।
सदन की कार्यवाही अब अगले निर्धारित सत्र में जारी रहेगी, जहां उम्मीद है कि लंबित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।