Teachers Protest: 3000 शिक्षकों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शन के दौरान किया तितर-बितर, सस्पेंड होने को लेकर आक्रोश
छत्तीसगढ़ में लगभग 3000 बीएडधारी शिक्षकों को नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है। भर्ती 2018 के एनसीटीई नियमों के तहत हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनकी योग्यता पर सवाल उठे हैं। शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस से उनकी एक झड़प का वीडियो सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनके परिजन भी समर्थन में आंदोलन में शामिल हो गए हैं।

छत्तीसगढ़ में 3000 सहायक शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया है। एनसीटीई नियमों के तहत इन शिक्षकों की भर्ती की थी। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद इनकी योग्यता पर सवाल उठे हैं, जिसके कारण इन्हें निलंबित कर दिया गया। नौकरी जाने के डर से शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से न्याय मांग रहे हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरअसल, भूपेश बघेल सरकार ने 2018 में NCTE नियमों के तहत लगभग 3000 सहायक शिक्षकों की भर्ती की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के एक हालिया फैसले ने इन शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस फैसले के बाद सरकार ने इन शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। नौकरी गंवाने के डर से ये शिक्षक सड़कों पर उतर आए हैं। वे अपनी नौकरी वापस पाने के लिए सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। बी.एड. डिग्री धारक ये शिक्षक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
शिक्षकों का आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। उनका प्रदर्शन भी बड़ा होता जा रहा है। इससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें पुलिस और शिक्षकों के बीच झड़प होती दिख रही है। वायरल वीडियो में शिक्षक बीच सड़क पर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं। अचानक पुलिस बल मौके पर पहुंचता है और प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश करता है। इस दौरान धक्का-मुक्की और भगदड़ मच जाती है। घटना का वीडियो इंटरनेट पर फैलने के बाद लोग पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
परिवार के लोग भी आए साथ
शिक्षकों के साथ अब उनके परिवार वाले भी इस आंदोलन में शामिल हो गए हैं। परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी मिली थी। उनकी नौकरी छीन ली गई है। वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वे चाहते हैं कि उनके बच्चों को उनकी नौकरियां वापस मिलें।