
रायपुर। पुलिस विभाग के एक हवलदार द्वारा ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी ने एक व्यक्ति को जमीन दिखाकर उसे अपना बताया और लाखों रुपये ठग लिए। मामले की जांच के दौरान जमीन का खसरा नंबर फर्जी निकला, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ठगी का शिकार हुए कन्हैयालाल जांगड़े ने 28 फरवरी को सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी पहचान पुलिस विभाग में कार्यरत हवलदार जगदेव वर्मा से थी। साल 2015 में जगदेव वर्मा उन्हें कमल विहार के आगे स्थित ग्राम डोमा में ले गया और बताया कि राज कश्यप नामक व्यक्ति यहां प्लॉटिंग कर रहा है। जमीन देखने के बाद कन्हैयालाल को 2200 वर्ग फीट का प्लॉट पसंद आ गया, जिसके बदले उन्होंने करीब 7 लाख रुपये एडवांस के तौर पर दे दिए। हालांकि, जब उन्होंने पटवारी से जमीन के खसरा नंबर की पुष्टि करवाई, तो वह फर्जी निकला।
मुख्य आरोपी पहले ही हो चुका था गिरफ्तार।
जांच के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी राज कश्यप को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब फरार चल रहे दूसरे आरोपी जगदेव वर्मा को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी (420) की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस विभाग पर उठे सवाल।
इस घटना ने पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सरकारी कर्मचारी द्वारा इस तरह की ठगी को अंजाम देना आम जनता के भरोसे को कमजोर करता है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि कहीं इस तरह की और भी ठगी की घटनाओं में आरोपी शामिल तो नहीं था।