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Jawahar Navodaya Vidyalaya Admission: जवाहर नवोदय विद्यालय में 6ठीं कक्षा में प्रवेश जारी… ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को मिलेगा आरक्षण का फायदा

Jawahar Navodaya Vidyalaya में एडमिशन की प्रक्रिया 16 जुलाई से शुरू हो गई है, अंतिम तिथि 16 सितंबर है। इसके लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ती है। इन स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी बेहतर होता है। पढ़ाई के मामले में भी ये स्‍कूल काफी अच्छे माने जाते हैं।

HIGHLIGHTS

  1. देश में 600 है जवाहर नवोदय विद्यालय
  2. मूल जिले के स्‍कूल में मिलता है प्रवेश
  3. विद्यार्थियों का पांचवी पांच होना चाहिए

एजेंसी, नई दिल्ली (Jawahar Navodaya Vidyalaya Admission Process)। जवाहर नवोदय विद्यालय भारत के बेहतर सरकारी स्‍कूल में शामिल हैं। यह अन्‍य सरकारी स्कूलों से काफी अलग है। सुविधाओं के मामले में भी ये स्कूल काफी आगे हैं। हालांकि, इन स्कूलों में एडमिशन सामान्य नहीं हैं और इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम करना काफी जरूरी होता है।

बता दे कि फिलहाल जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन की प्रक्रिया 16 जुलाई से शुरू हो चुकी है और यह 16 सितंबर तक चलेगी। अभिभावक इसकी आधिकारिक वेबसाइट navodaya.gov.in पर क्लास 6 के एडमिशन फॉर्म भर सकते हैं।

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क्‍या है नियम

  • जवाहर नवोदय विद्यालय में जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (जेएनवीएसटी) के जरिए प्रवेश दिया जाता है। यह ऐ तरह से एंट्रेंस परीक्षा है। इसके साथ ही एडमिशन से जुड़े कई नियम भी है।
  • विद्यार्थियों को केवल उनके मूल जिले में ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए निवासी प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य होता है। विद्यार्थी पांचवी पास होना चाहिए।
  • जवाहर नवोदय विद्यालय में केवल उन्‍हीं विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा, उन्होंने कक्षा तीसरी, चौथी और पांचवी में फुल टाइम पढ़ाई की हो।
  • जवाहन नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए केवल एक बार ही परीक्षा दी जा सकती है। यदि कोई गलत जानकारी देकर एडमिशन लेता है, तो उसका प्रवेश रद्द किया जा सकता है।
  • जवाहर नवोदय विद्यालय की 75 प्रतिशत सीटें संबंधित जिले के ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए आरक्षित रहती है। शेष 25 प्रतिशत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के उम्मीदवारों की योग्यता के आधार पर भरी जाती हैं।
  • ऐसे विद्यार्थी जो कक्षा तीसरी, चौथी और पांचवीं कक्षा में शहरी क्षेत्र से पढ़े हैं। उन्‍हें शहरी क्षेत्र का विद्यार्थी माना जाएगा।

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क्‍या मिलती है सुविधाएं

जवाहर नवोदय विद्यालय देश के टॉप सरकारी स्‍कूल माने जाते हैं। यह सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त होते हैं। अन्य सरकारी स्कूलों की तुलना में यहां बेहतरीन पढ़ाई होती है और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी ये स्‍कूल काफी आगे होते हैं।

देशभर में जवाहर नवोदय विद्यालय की संख्या करीब 600 है। इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों से कोई फीस नहीं ली जाती। हालांकि, कक्षा 9वीं से 12 तक के विद्यार्थियों से हर माह 600 रुपये विद्यालय विकास निधि में जमा करवाए जाते हें। सरकारी कर्मचारी के बच्चों के लिए यह राशि 1500 रुपये महीना है।

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