
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खात्मे के लिए गरियाबंद में सुरक्षाबलों का बड़ा अभियान सफल साबित हुआ है। खबर है कि गरियाबंद जिले के भालुडिग्गी की पहाड़ी में हुए मुठभेड़ में जवानों ने 24 नक्सलियों को ढेर किया है। अभी भी जंगल में रूक-रूक कर फायरिंग हो रही है।
गरियाबंद मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है| 36 घंटे तक चले मुठभेड़ में 24 नक्सली मारे गए है| जवानों ने अब तक 14 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं| इसके साथ ही एके 47, एसएलआर, इंसास और अन्य स्वचालित हथियार भी बरामद किए गए हैं| फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. सीएम साय ने जवानों को बधाई दी और सराहना किया |
नक्सलवाद को करारा जवाब: अमित शाह
नक्सलवाद को एक और करारा झटका। नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में हमारे सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने संयुक्त अभियान में 14 नक्सलियों को ढेर कर दिया। नक्सल मुक्त भारत के हमारे संकल्प और हमारे सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से आज नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है।
जंगल में उड़ाए जा रहे ड्रोन
खबरों माने तो गरियाबंद में नेशनल और स्टेट लेवल के बड़े नक्सली इकट्ठा हुए थे। बस्तर में बढ़ते फोर्स के हमलों के बीच सुरक्षित ठिकाने की तलाश में यहां जुटे थे। भालुडिग्गी इलाके को अब तक नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना माना जा रहा था, लेकिन ऑपरेशन के बाद यह बड़ा ठिकाना भी साबित हुआ। अभी और भी नक्सलियों के छिपे होने की बात कही जा रही है, जिनकी सर्चिंग के लिए जंगल में ड्रोन भी उड़ाए जा रहे हैं।
मारे गए नक्सलियों में गुड्डू भी शामिल
मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी का सदस्य मनोज और स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य गुड्डू भी शामिल हैं। मनोज ओडिशा राज्य प्रमुख भी था। इसी तरह 1 करोड़ का इनामी नक्सली केंद्रीय कमेटी मेंबर जयराम उर्फ चलपती भी मारा गया है। मरने वालों में महिला नक्सली भी शामिल हैं। अन्य नक्सलियों की पहचान की जा रही है। इसके साथ ही नक्सलियों के पास से एसएलआर राइफल और ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, सर्च ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
कोबरा जवान घायल, रायपुर एयरलिफ्ट
इस ऑपरेशन में कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत रायपुर एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए भेजा गया। पिछले कई सालों के दौरान यह मुठभेड़ नक्सल विरोधी अभियानों में मील का पत्थर साबित हो सकती है। कुल्हाड़ी घाट जैसे नक्सली गढ़ में यह सफलता सुरक्षाबलों की मजबूत रणनीति का संकेत देती है। अधिकारियों का कहना है कि इलाके में सर्चिंग अभियान अभी जारी है। संभावना है कि और शव और हथियार बरामद हो सकते हैं।
सूचना पर निकले थे जवान
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर कुल्हाड़ी घाट के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी है। इस सूचना के बाद ओड़िशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक साथ नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन लांच किया। इसी दौरान कुल्हाड़ी घाट रिजर्व फॉरेस्ट के घने जंगलों में सुरक्षाबलों व नक्सलियों में मुठभेड़ शुरू हुई। बता दें कि नक्सलियों के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
CM साय ने जवानों की तारीफ की
मुक्यमंत्री विष्णु देव साय ने एनकाउंटर को लेकर एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना अंतर्गत कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ रविवार रात से अब तक जारी मुठभेड़ में 10 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।