‘सौतेली मां की क्रूरता, पत्नी ने भी छोड़ा…’, बरेली का साइको किलर बोला- महिलाओं से हो गई नफरत
बरेली में पुलिस ने एक साइको किलर को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि उसकी सौतेली क्रूरता करती थी। इसके अलावा पत्नी ने भी उसे छोड़ दिया था। इसलिए उसे महिलाओं से नफरत हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए वह अकेली दिखने वाली महिलाओं को निशाना बनाता था। हत्या के बाद महिलाओं की निशानी बतौर ट्रॉफी अपने पास रख लेता था।
HIGHLIGHTS
- पिछले साल जून से अब तक 8 महिलाओं की हुई हत्या।
- अकेली दिखने वाली महिलाओं को ही बनाता था निशाना।
- मुख्य रास्ते को छोड़कर पगडंडियों पर चलता था किलर।
एजेंसी, बरेली। Bareilly Psycho Killers Arrest: उत्तर प्रदेश के बरेली में साइको किलर ने एक के बाद एक 8 महिलाओं की हत्या की थी। इसके बाद पुलिस ने तीन संदिग्धों का स्केच जारी कर लोगों से उनके बारे में जानकारी देने की अपील की थी। इसके बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने 6 महिलाओं की हत्या किए जाने की बात स्वीकार भी कर ली है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपी की सौतेली मां उसके साथ क्रूरता करती थी और उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी। इसके चलते वह महिलाओं से नफरत करने लगा था। आरोपित कुलदीप अकेली महिलाओं को देखकर अपना आपा खो देता था और महिलाओं की हत्या कर देता था।
किसी वाहन भी का इस्तेमाल नहीं करता था
वारदात को अंजाम देने के दौरान आरोपी कभी भी मुख्य सड़क का इस्तेमाल नहीं करता था। वह गांव की पगडंडियों से होकर खेतों के बीच से होकर गुजरता था, ताकि उसकी कभी पहचान उजागर न हो। वह अकेली महिलाओं को देखकर उनसे बात करता और संबंध बनाने का दबाव बनाता। विरोध करने पर महिलाओं की हत्या कर देता।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जून 2023 से जुलाई 2024 में हुई महिलाओं की छह हत्या की बात आरोपित ने स्वीकारी है। कुलदीप मूलरूप से नवाबगंज के बाकरगंज गांव का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि आरोपी नवाबगंज का रहने वाला है।
साड़ी से गला घोंटकर करता था हत्या
सभी महिलाओं की हत्या का पैटर्न एक ही था। कुलदीप साड़ी या चुनरी से गला घोंटकर महिलाओं की हत्या की वरादात को अंजाम देता था। हत्या का पैटर्न एक ही होने पर साइको किलर की थ्योरी पर पुलिस काम कर रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि वह साइको किलर ही था। किसी भी वारदात को अंजाम देने के दौरान उसने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया।
बतौर ट्रॉफी रख लेता था मृतक की निशानी
एसएसपी के अनुसार, हर वारदात के बाद वह ट्रॉफी के रूप में मृतक महिला की कोई निशानी अपने पास रख लेता था। तीन जुलाई को अनीता देवी की हत्या के बाद आरोपित उसके ब्लाउज का टुकड़ा, बिंदी, लिपिस्टिक, वोटर आइडी कार्ड साथ ले गया। मधुसूदन की हत्या के बाद हसिया ले गया। धानवती की हत्या के बाद उसका आधार कार्ड ले गया था।
पिछले साल जून से अब तक हुई हत्याएं
5 जून : परतापुर की रहने वाली कलावती की जंगल में मिली लाश।
19 जून : कुल्छा गांव की धानवती का गन्ने के खेत में मिला था शव।
30 जून : आनंदपुर की प्रेमवती की लाश भी गन्ने के खेत में मिली थी।
22 जुलाई : खजुरिया निवासी कुसमा की गला घोंटकर हुई थी हत्या।
23 अगस्त : गांव सेवा ज्वालापुर की वीरावती की गला दबाकर हत्या।
31 अक्टूबर : गांव लखीमपुर में महमूदन का गन्ने की खेत में मिला शव।
20 नवंबर : गांव खरसैनी की बुजुर्ग दुलारो देवी की गला घोंटकर हत्या।
26 नवंबर : जगदीशपुर में साड़ी से उर्मिला देवी का घोंटा गया था गला।