
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री डायलॉग कार्यक्रम के दौरान प्रदेश में उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है और यहां उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। उन्होंने नई उद्योग नीति जारी करने की जानकारी देते हुए बताया कि इसे बड़ी मेहनत से तैयार किया गया है, जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में निवेश करने वाले 14 उद्योगपतियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। इसके साथ ही EDII ट्रेनिंग सर्टिफिकेट भी बांटे गए और MSME उद्योगपतियों को सहायता राशि प्रदान की गई।
नई उद्योग नीति को देशभर में मिल रही सराहना।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ में इंडस्ट्री को नए उद्योग स्थापित करने वाले निवेशकों को इनविटेशन लेटर भी दिए गए। कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस दिशा में कई योजनाएं बनाई हैं, जिससे MSME सेक्टर को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा,”हम छोटे पौधे लगाते हैं, जो आगे चलकर विशाल वृक्ष बनते हैं, और इसे बढ़ाने के लिए हम संकल्पित हैं।
इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करने नई दिल्ली और मुंबई में इन्वेस्टर समिट का आयोजन।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली और मुंबई में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया है, जिससे सरकार को 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। कार्यक्रम में मौजूद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में उद्योगों की स्थिति कमजोर हो गई थी, लेकिन भाजपा सरकार इसे सुधारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति से प्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित होंगे और पहले से चल रहे उद्योगों को भी लाभ मिलेगा। मंत्री देवांगन ने बताया कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उद्योगों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में रैंप योजना की भी शुरुआत की गई है, जो भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है।