UP Politics: सपा का संविधान मान स्तंभ अभियान, भाजपा पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप
संविधान मान स्तंभ अभियान के तहत रविवार को गोरखपुर के नौसढ़ स्थित कृष्णा लान में संविधान मान स्तंभ स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा संविधान व आरक्षण की रक्षा के लिए निर्णायक संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध है।
- संविधान व आरक्षण की रक्षा के लिए सपा प्रतिबद्ध
- नौसढ़ में आयोजित किया गया संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम
- भाजपा पर सत्ता और वोट की राजनीति करने का आरोप
गोरखपुर। समाजवादी पार्टी की ओर से चलाए जा रहे संविधान मान स्तंभ अभियान के तहत रविवार को नौसढ़ स्थित कृष्णा लान में संविधान मान स्तंभ स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान व आरक्षण पर लगातार कुठाराघात कर रही है। शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि सपा संविधान व आरक्षण की रक्षा के लिए निर्णायक संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध है। सपा कार्यकर्ताओं ने बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर संविधान मान स्तंभ को स्थापित किया।
संविधान की रक्षा के लिए अभियान
मुख्य अतिथि ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्हीं के आह्वान पर संविधान मान स्तंभ अभियान चल रहा है। नौसढ़ स्थित कार्यक्रम में बीपी मंडल की जयंती मनाई गई।
जनता को बांटकर सत्ता और वोट की राजनीति कर रही है भाजपा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि भाजपा देश और प्रदेश की जनता को बांटकर सत्ता और वोट की राजनीति कर रही है। सपा सिर्फ काम पर विश्वास करती है जबकि भाजपा जनता को धोखा दे रही है। कार्यक्रम का संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी एवं जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया।
कार्यक्रम में ये लोग रहे शामिल
इस दौरान पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी, विजय बहादुर यादव, यशपाल सिंह रावत, गोपाल यादव, जगदीश यादव, अवधेश यादव, प्रह्लाद यादव, नगीना प्रसाद साहनी, जफर अमीन डक्कू, जियाउल इस्लाम, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, राघवेंद्र तिवारी राजू, देवेंद्र भूषण निषाद आदि शामिल रहे।