
छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है। उत्तर भारत से आने वाली हवाओं के प्रकोप में पूरा प्रदेश हैं। हालात ऐसे है कि लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ में उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर के हालात बन गए हैं. राजधानी रायपुर समेत सभी जिलों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जला रहे हैं. सबसे ज्यादा ठंड सरगुजा संभाग में पड़ रही है. बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है. मौसम विभाग ने दुर्ग सहित 12 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए कोल्ड वेव (शीतलहर) का यलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, बस्तर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है |
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इधर मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। विशेषकर उत्तरी छत्तीसगढ़ में इसका असर अधिक देखने को मिलेगा। इन जिलों में शीतलहर का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, 15 दिसंबर से प्रदेश में दिन और रात के तापमान में और गिरावट हो सकती है।
खासकर छत्तीसगढ़ के कोरबा, सूरजपुर, बलरामपुर, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, खैरगढ़-छुईखिंदी-गंडई और जगदलपुर जिलों में शीतलहर की संभावना जताई जा रही है। पिछले 24 घंटों का तापमान राजधानी रायपुर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जबकि अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस, जगदलपुर में 12 डिग्री सेल्सियस, और बिलासपुर और दुर्ग में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने नागरिकों को ठंड से बचने के लिए सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है।