छत्तीसगढ़

रायपुर : स्वस्थ और सुपोषित छत्तीसगढ़ की अवधारणा को साकार करने के लिए हम कृत संकल्पित है: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पोरा के अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

रायपुर

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पोरा के अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पोरा के अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पोरा के अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास में आयोजित तीजा पोरा तिहार के अवसर पर महिला एवं बाल विकास द्वारा संचालित पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना  किया। यह सुपोषण रथ राज्य के विभिन्न गांवों में भ्रमण कर  लोगों को पोषण का संदेश देगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, श्री किरण देव , विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, अनुज शर्मा, खुशवंत साहेब, सचिव महिला एवं बाल विकास श्रीमती शम्मी आबिदी, संचालक तूलिका प्रजापति और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं महिलाएं उपस्थित थी।
इस रथ में सुपोषण पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। सुपोषण रथ के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलो में पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी ऑडियो, वीडियो संदेशों का प्रसारण किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि स्वस्थ और सुपोषित छत्तीसगढ़ की अवधारणा को साकार करने के लिये हम कृत संकल्पित है। कुपोषण एवं एनीमिया जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गंभीर प्रयास किये जा रहें है। 52 हजार से अधिक आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं, 0 से 06 साल के बच्चें किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण संबंधी सेवाओं का प्रदाय किया जा रहा है। सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये समुदाय, परिवार एवं व्यक्यिगत स्तर से सकरात्मक व्यवहार परिवर्तन भी बहुत आवश्यक है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जनसमुदाय तक स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता संबंधी संदेशों के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2024 तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है, ताकि एक जन आंदोलन के रूप में सुपोषण की यात्रा में समुदाय के विभिन्न घटक सहभागी हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोषण माह के दौरान इस वर्ष एनीमिया वृद्धि निगरानी, पूरक पोषण आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय हेतु तकनीक का प्रयोग और समग्र पोषण पर ध्यान केंदित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के जनप्रतिनिधि, पंचायती राज संस्था की प्रतिनिधि, महिला स्व-सहायता समूहों, प्रबुद्ध वर्ग, विद्यार्थी वर्ग, सर्वाजनिक एवं निजी क्षेत्रों के निकायों के प्रतिनिधियों एवं समस्त जनसमुदाय से आह्वान किया है कि पोषण माह की गतिविधियों में पूरे उत्सह और ऊर्जा के साथ सहभागी बने। छतीसगढ़ को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने का संकल्प लेते हुए स्वयं भी सही पोषण व्यवहार को अपनाये और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी के सम्मिलित प्रयासों से मजबूत छत्तीसगढ़ की नींव रखी जायेगी, हमारे प्रदेश का भविष्य संवरेगा और सुपोषित होगा।

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