Pitru Paksha 2024: बिना पंडित के पितरों का कैसे करें तर्पण? प्रसन्न होंगे पितृ

हिंदू धर्म में पितृ पक्ष की अवधि को बहुत ही विशेष माना जाता है। इस अवधि में पितरों के निमित्त श्राद्ध तर्पण और पिंडदान आदि किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वह प्रसन्न होकर जीवन के सभी दुख को दूर करते हैं। वहीं इस दौरान (Pitru Paksha) अपने पितरों का तर्पण कैसे करना है आइए उसके बारे में जानते हैं।
HIGHLIGHTS
- पितृ पक्ष का समय बेहद ही महत्वपूर्ण होता है।
- पितृ पक्ष पूर्वजों को समर्पित है।
- इस अवधि में पितरों के निमित्त श्राद्ध तर्पण और पिंडदान आदि किया जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को एक महत्वपूर्ण अवधि माना गया है, जो 18 सितंबर, 2024 से आरंभ हो चुकी है। यह 16 दिनों की अवधि अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व रखती है, क्योंकि माना जाता है कि इस दौरान पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं और सभी के कष्टों का नाश करते हैं। 2 अक्टूबर, 2024 को सर्वपितृ अमावस्या के साथ इसका समापन होगा। वहीं, जो लोग अपने पितरों की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और पितृ दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं, उन्हें इस दौरान अपने पितरों का तर्पण जरूर करना चाहिए,
लेकिन अगर किसी वजह से तर्पण के लिए पंडित नहीं मिल पा रहा है, तो आप घर पर ही तर्पण कर सकते हैं, जिसकी सही विधि यहां पर साझा की गई है।